Bible-Server.org  
 
 
Praise the Lord, all ye nations      
Psalms 117:1       
 
enter keywords   match
 AND find keywords in

Home Page
Genesis
उत्पत्ति
Exodus
निर्गमन
Leviticus
लैव्यवस्था
Numbers
गिनती
Deuteronomy
व्यवस्थाविवरण
Joshua
यहोशू
Judges
न्यायियों
Ruth
रूत
1 Samuel
1 शमूएल
2 Samuel
2 शमूएल
1 Kings
1 राजा
2 Kings
2 राजा 
1 Chronicles
1 इतिहास
2 Chronicles
2 इतिहास
Ezra
एज्रा
Nehemiah
नहेमायाह
Esther
एस्तेर
Job
अय्यूब
Psalms
भजन संहिता
Proverbs
नीतिवचन
Ecclesiastes
सभोपदेशक
Song of Solomon
श्रेष्ठगीत
Isaiah
श्रेष्ठगीत
Jeremiah
यिर्मयाह
Lamentations
विलापगीत
Ezekiel
यहेजकेल
Daniel
दानिय्येल
Hosea
होशे
Joel
योएल
Amos
आमोस
Obadiah
ओबद्दाह
Jonah
योना
Micah
मीका
Nahum
नहूम
Habakkuk
हबक्कूक
Zephaniah
सपन्याह
Haggai
हाग्गै
Zechariah
जकर्याह
Malachi
मलाकी
Matthew
मत्ती
Mark
मरकुस
Luke
लूका
John
यूहन्ना
Acts
प्रेरितों के काम
Romans
रोमियो
1 Corinthians
1 कुरिन्थियों
2 Corinthians
2 कुरिन्थियों
Galatians
गलातियों
Ephesians
इफिसियों
Philippians
फिलिप्पियों
Colossians
कुलुस्सियों
1 Thessalonians
1 थिस्सलुनीकियों
2 Thessalonians
2 थिस्सलुनीकियों
1 Timothy
1 तीमुथियुस
2 Timothy
2 तीमुथियुस
Titus
तीतुस
Philemon
फिलेमोन
Hebrews
इब्रानियों
James
याकूब
1 Peter
1 पतरस
2 Peter
2 पतरस
1 John
1 यूहन्ना
2 John
2 यूहन्ना
3 John
3 यूहन्ना
Jude
यहूदा
Revelation
प्रकाशित वाक्य
 
 

 
 
translate into
गिनती Chapter21
 
1 तब अराद का कनानी राजा, जो दक्खिन देश में रहता या, यह सुनकर, कि जिस मार्ग से वे भेदिथे आए थे उसी मार्ग से अब इस्त्राएली आ रहे हैं, इस्त्राएल से लड़ा, और उन में से कितनोंको बन्धुआ कर लिया।
 
2 तब इस्त्राएलियोंने यहोवा से यह कहकर मन्नत मानी, कि यदि तू सचमुच उन लोगोंको हमारे वश में कर दे, तो हम उनके नगरोंको सत्यनाश कर देंगे।
 
3 इस्त्राएल की यह बात सुनकर यहोवा ने कनानियोंको उनके वश में कर दिया; सो उन्होंने उनके नगरोंसमेत उनको भी सत्यानाश किया; इस से उस स्यान का नाम होर्मा रखा गया।।
 
4 फिर उन्होंने होर पहाड़ से कूच करके लाल समुद्र का मार्ग लिया, कि एदोम देश से बाहर बाहर घूमकर जाएं; और लोगोंका मन मार्ग के कारण बहुत व्याकुल हो गया।
 
5 सो वे परमेश्वर के विरूद्ध बात करने लगे, और मूसा से कहा, तुम लोग हम को मिस्र से जंगल में मरने के लिथे क्योंले आए हो? यहां न तो रोटी है, और न पानी, और हमारे प्राण इस निकम्मी रोटी से दुखित हैं।
 
6 सो यहोवा ने उन लोगोंमें तेज विषवाले सांप भेजे, जो उनको डसने लगे, और बहुत से इस्त्राएली मर गए।
 
7 तब लोग मूसा के पास जाकर कहने लगे, हम ने पाप किया है, कि हम ने यहोवा के और तेरे विरूद्ध बातें की हैं; यहोवा से प्रार्यना कर, कि वह सांपोंको हम से दूर करे। तब मूसा ने उनके लिथे प्रार्यना की।
 
8 यहोवा ने मूसा से कहा एक तेज विषवाले सांप की प्रतिमा बनवाकर खम्भे पर लटका; तब जो सांप से डसा हुआ उसको देख ले वह जीवित बचेगा।
 
9 सो मूसा ने पीतल को एक सांप बनवाकर खम्भे पर लटकाया; तब सांप के डसे हुओं में से जिस जिस ने उस पीतल के सांप को देखा वह जीवित बच गया।
 
10 फिर इस्त्राएलियोंने कूच करके ओबोत में डेरे डाले।
 
11 और ओबोत से कूच करके अबारीम नाम डीहोंमें डेरे डाले, जो पूरब की ओर मोआब के साम्हने के जंगल में है।
 
12 वंहा से कूच करके उन्होंने जेरेद नाम नाले में डेरे डाले।
 
13 वहां से कूच करके उन्होंने अर्नोन नदी, जो जंगल में बहती और एमोरियोंके देश से निकलती है, उसकी परली ओर डेरे खड़े किए; क्योंकि अर्नोन मोआबियोंऔर एमोरियोंके बीच होकर मोआब देश का सिवाना ठहरा है।
 
14 इस कारण यहोवा के संग्राम नाम पुस्तक में इस प्रकार लिखा है, कि सूपा में बाहेब, और अर्नोन के नाले,
 
15 और उन नालोंकी ढलान जो आर नाम नगर की ओर है, और जो मोआब के सिवाने पर है।
 
16 फिर वहां से कूच करके वे बैर तक गए; वहां वही कूआं है जिसके विषय में यहोवा ने मूसा से कहा या, कि उन लोगोंको इकट्ठा कर, और मैं उन्हे पानी दूंगा।।
 
17 उस समय इस्त्राएल ने यह गीत गया, कि हे कूएं, उबल आ, उस कूएं के विषय में गाओ!
 
18 जिसको हाकिमोंने खोदा, और इस्त्राएल के रईसोंने अपके सोंटोंऔर लाठियोंसे खोद लिया।।
 
19 फिर वे जंगल से मत्ताना को, और मत्ताना से नहलीएल को, और नहलीएल से बामोत को,
 
20 और बामोत से कूच करके उस तराई तक जो मोआब के मैदान में है, और पिसगा के उस सिक्के तक भी जो यशीमोन की ओर फुका है पहुंच गए।।
 
21 तब इस्त्राएल ने एमोरियोंके राजा सीहोन के पास दूतोंसे यह कहला भेजा,
 
22 कि हमें अपके देश में होकर जाने दे; हम मुड़कर किसी खेत वा दाख की बारी में तो न जाएंगे; न किसी कूएं का पानी पीएंगे; और जब तक तेरे देश से बाहर न हो जाएं तब तक सड़क ही से चले जाएंगे।
 
23 तौभी सीहोन ने इस्त्राएल को अपके देश से होकर जाने न दिया; वरन अपक्की सारी सेना को इकट्ठा करके इस्त्राएल का साम्हना करने को जंगल में निकल आया, और यहस को आकर उन से लड़ा।
 
24 तब इस्राएलियों ने उस को तलवार से मार लिया, और अर्नोन से यब्बोक नढी तक, जो अम्मोनियों का सिवाना था, उसके ढेश के अधिकारी हो गए; अम्मोनियों का सिवाना तो ढृढ़ था।
 
25 सो इस्त्राएल ने एमोरियोंके सब नगरोंको ले लिया, और उन में, अर्यात्‌ हेशबोन और उसके आस पास के नगरोंमें रहने लगे।
 
26 हेशबोन एमोरियोंके राजा सीहोन का नगर या; उस ने मोआब के अगले राजा से लड़के उसका सारा देश अर्नोन तक उसके हाथ से छीन लिया या।
 
27 इस कारण गूढ़ बात के कहनेवाले कहते हैं, कि हेशबोन में आओ, सीहोन का नगर बसे, और दृढ़ किया जाए।
 
28 क्योंकि हेशबोन से आग, अर्यात्‌ सीहोन के नगर से लौ निकली; जिस से मोआब देश का आर नगर, और अर्नोन के ऊंचे स्यानोंके स्वामी भस्म हुए।
 
29 हे मोआब, तुझ पर हाथ! कमोश देवता की प्रजा नाश हुई, उस ने अपके बेटोंको भगेडू, और अपक्की बेटियोंको एमोरी राजा सीहोन की दासी कर दिया।
 
30 हम ने उन्हें गिरा दिया है, हेशबोन दीबोन तक नष्ट हो गया है, और हम ने नोपह और मेदबा तक भी उजाड़ दिया है।।
 
31 सो इस्त्राएल एमोरियोंके देश में रहने लगा।
 
32 तब मूसा ने याजेर नगर का भेद लेने को भेजा; और उन्होंने उसके गांवोंको लिया, और वहां के एमोरियोंको उस देश से निकाल दिया।
 
33 तब वे मुड़के बाशान के मार्ग से जाने लगे; और बाशान के राजा ओग न उनका साम्हना किया, अर्यात्‌ लड़ने को अपक्की सारी सेना समेत एद्रेई में निकल आया।
 
34 तब यहोवा ने मूसा से कहा, उस से मत डर; क्योंकि मैं उसको सारी सेना और देश समेत तेरे हाथ में कर देता हूं; और जैसा तू ने एमोरियोंके राजा हेशबोनवासी सीहोन के साय किया है, वैसा ही उसके साय भी करना।
 
35 तब उन्होंने उसको, और उसके पुत्रोंऔर सारी प्रजा को यहां तक मारा कि उसका कोई भी न बचा; और वे उसके देश के अधिक्कारनेी को गए।
 
 

  [ Prev ] 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | [ Next ]