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Psalms 117:1       
 
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प्रकाशित वाक्य
 
 

 
 
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भजन संहिता Chapter80
 
1 हे इस्त्राएल के चरवाहे, तू जो यूसुफ की अगुवाई भेड़ोंकी सी करता है, कान लगा! तू जो करूबोंपर विराजमान है, अपना तेज दिखा!
 
2 एप्रैम, बिन्यामीन, और मनश्शे के साम्हने अपना पराक्रम दिखाकर, हमारा उठ्ठार करने को आ!
 
3 हे परमेश्वर, हम को ज्योंके त्योंकर दे; और अपके मुख का प्रकाश चमका, तब हमारा उठ्ठार हो जाएगा!
 
4 हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, तू कब तक अपक्की प्रजा की प्रार्थना पर क्रोधित रहेगा?
 
5 तू ने आंसुओं को उनका आहार कर दिया, और मटके भर भरके उन्हें आंसु पिलाए हैं।
 
6 तू हमें हमारे पड़ोसियोंके झगड़ने का कारण कर देता है; और हमारे शत्रु मनमाने ठट्ठा करते हैं।।
 
7 हे सेनाओं के परमेश्वर, हम को ज्योंके त्योंकर दे; और अपके मुख का प्रकाश हम पर चमका, तब हमारा उठ्ठार हो जाएगा।।
 
8 तू मि से एक दाखलता ले आया; और अन्यजातियोंको निकालकर उसे लगा दिया।
 
9 तू ने उसके लिथे स्थान तैयार किया है; और उस ने जड़ पकड़ी और फैलकर देश को भर दिया।
 
10 उसकी छाया पहाड़ोंपर फैल गई, और उसकी डालियां ईश्वर के देवदारोंके समान हुई;
 
11 उसकी शाखाएं समुद्र तक बढ़ गई, और उसके अंकुर महानद तक फैल गए।
 
12 फिर तू ने उसके बाड़ोंको क्योंगिरा दिया, कि सब बटोही उसके फलोंको तोड़ते है?
 
13 वनसूअर उसको नाश किए डालता है, और मैदान के सब पशु उसे चर जाते हैं।।
 
14 हे सेनाओं के परमेश्वर, फिर आ! स्वर्ग से ध्यान देकर देख, और इस दाखलता की सुधि ले,
 
15 थे पौधा तू ने अपके दहिने हाथ से लगाया, और जो लता की शाखा तू ने अपके लिथे दृढ़ की है।
 
16 वह जल गई, वह कट गई है; तेरी घुड़की से वे नाश होते हैं।
 
17 तेरे दहिने हाथ के सम्भाले हुअ पुरूष पर तेरा हाथ रखा रहे, उस आदमी पर, जिसे तू ने अपके लिथे दृढ़ किया है।
 
18 तब हम लोग तुझ से न मुड़ेंगे: तू हम को जिला, और हम तुझ से प्रार्थना कर सकेंगे।
 
19 हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हम को ज्योंका त्योंकर दे! और अपके मुख का प्रकाश हम पर चमका, तब हमारा उठ्ठार हो जाएगा!
 
 

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