Bible-Server.org  
 
 
Praise the Lord, all ye nations      
Psalms 117:1       
 
enter keywords   match
 AND find keywords in

Home Page
Genesis
उत्पत्ति
Exodus
निर्गमन
Leviticus
लैव्यवस्था
Numbers
गिनती
Deuteronomy
व्यवस्थाविवरण
Joshua
यहोशू
Judges
न्यायियों
Ruth
रूत
1 Samuel
1 शमूएल
2 Samuel
2 शमूएल
1 Kings
1 राजा
2 Kings
2 राजा 
1 Chronicles
1 इतिहास
2 Chronicles
2 इतिहास
Ezra
एज्रा
Nehemiah
नहेमायाह
Esther
एस्तेर
Job
अय्यूब
Psalms
भजन संहिता
Proverbs
नीतिवचन
Ecclesiastes
सभोपदेशक
Song of Solomon
श्रेष्ठगीत
Isaiah
श्रेष्ठगीत
Jeremiah
यिर्मयाह
Lamentations
विलापगीत
Ezekiel
यहेजकेल
Daniel
दानिय्येल
Hosea
होशे
Joel
योएल
Amos
आमोस
Obadiah
ओबद्दाह
Jonah
योना
Micah
मीका
Nahum
नहूम
Habakkuk
हबक्कूक
Zephaniah
सपन्याह
Haggai
हाग्गै
Zechariah
जकर्याह
Malachi
मलाकी
Matthew
मत्ती
Mark
मरकुस
Luke
लूका
John
यूहन्ना
Acts
प्रेरितों के काम
Romans
रोमियो
1 Corinthians
1 कुरिन्थियों
2 Corinthians
2 कुरिन्थियों
Galatians
गलातियों
Ephesians
इफिसियों
Philippians
फिलिप्पियों
Colossians
कुलुस्सियों
1 Thessalonians
1 थिस्सलुनीकियों
2 Thessalonians
2 थिस्सलुनीकियों
1 Timothy
1 तीमुथियुस
2 Timothy
2 तीमुथियुस
Titus
तीतुस
Philemon
फिलेमोन
Hebrews
इब्रानियों
James
याकूब
1 Peter
1 पतरस
2 Peter
2 पतरस
1 John
1 यूहन्ना
2 John
2 यूहन्ना
3 John
3 यूहन्ना
Jude
यहूदा
Revelation
प्रकाशित वाक्य
 
 

 
 
translate into
यहेजकेल Chapter32
 
1 बारहवें वर्ष के बारहवें महीने के पहिले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
 
2 हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फिरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना: जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई यी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपक्की नदियोंमें टूट पड़ा, और उनके जल को पांवोंसे मयकर गंदला कर दिया।
 
3 परमेश्वर यहोवा योंकहता है, मैं बहुत सी जातियोंकी सभा के द्वारा तुझ पर अपना जाल फैलाऊंगा, और वे तुझे मेरे महाजाल में खींच लेंगे।
 
4 तब मैं तुझे भूमि पर छोड़ूंगा, और मैदान में फेंककर आकाश के सब पझियोंको तुझ पर बैठाऊंगा; और तेरे मांस से सारी पृय्वी के जीवजन्तुओं को तृप्त करूंगा।
 
5 मैं तेरे मांस को पहाड़ोंपर रखूंगा, और तराइयोंको तेरी ऊंचाई से भर दूंगा।
 
6 और जिस देश में तू तैरता है, उसको पहाड़ोंतक मैं तेरे लोहू से खींचूंगा; और उसके नाले तुझ से भर जाएंगे।
 
7 जिस समय मैं तुझे मिटाने लगूं, उस समय मैं आकाश को ढांपूंगा और तारोंको धुन्धला कर दूंगा; मैं सूर्य को बादल से छिपाऊंगा, और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा।
 
8 आकाश में जितनी प्रकाशमान ज्योतियां हैं, उन सब को मैं तेरे कारण धुन्धला कर दूंगा, और तेरे देश में अन्धकार कर दूंगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
 
9 जब मैं तेरे विनाश का समाचार जाति जाति में और तेरे अनजाने देशोंमें फैलाऊंगा, तब बड़े बड़े देशोंके लोगोंके मन में रिस उपजाऊंगा।
 
10 मैं बहुत सी जातियोंको तेरे कारण विस्मित कर दूंगा, और जब मैं उनके राजाओं के साम्हने अपक्की तलवार भेजूंगा, तब तेरे कारण उनके रोएं खड़े हो जाएंगे, और तेरे गिरने के दिन वे अपके अपके प्राण के लिथे कांपके रहेंगे।
 
11 क्योंकि पामेश्वर यहोवा योंकहता है, बाबुल के राजा की तलवार तुझ पर चलेगी।
 
12 मैं तेरी भीड़ को ऐसे शूरवीरोंकी तलवारोंके द्वारा गिराऊंगा जो सब जातियोंमे भयानक हैं। वे मिस्र के घमण्ड को तोड़ेंगे, और उसकी सारी भीड़ का सत्यानाश होगा।
 
13 मैं उसके सब पशुओं को उसके बहुतेरे जलाशयोंके तीर पर से नाश करूंगा; और भविष्य में वे न तो मनुष्य के पांव से और न पशुओं के खुरोंसे गंदले किए जाएंगे।
 
14 तब मैं उनका जल निर्मल कर दूंगा, और उनकी नदियां तेल की नाई बहेंगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
 
15 जब मैं मिस्र देश को उजाड़ कर दूंगा और जिस से वह भरपूर है, उस से छूछा कर दूंगा, और जब मैं उसके सब रहनेवालोंको मारूंगा, तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।
 
16 लोगोंके विलाप करने के लिथे विलाप का गीत यही है; जाति-जाति की स्त्रियां इसे गाएंगी; मिस्र और उसकी सारी भीड़ के विषय वे यही विलापक्कीत गाएंगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
 
17 फिर बारहवें वर्ष के पहिले महीने के पन्द्रहवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
 
18 हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र की भीड़ के लिथे हाथ-हाथ कर, और उसको प्रतापी जातियोंकी बेटियोंसमेत कबर में गड़े हुओं के पास अधोलोक में उतार।
 
19 तू किस से मनोहर है? तू उतरकर खतनाहीनोंके संग पड़ा रह।
 
20 वे तलवार से मरे हुओं के बीच गिरेंगे, उन के लिथे तलवार ही ठहराई गई है; सो मिस्र को उसकी सारी भीड़ समेत घसीट ले जाओ।
 
21 सामयीं शूरवीर उस से और उसके सहाथकोंसे अधोलोक में बातें करेंगे; वे खतनाहीन लोग वहां तलवार से मरे पके हैं।
 
22 अपक्की सारी सभा समेत अश्शूर भी वहां है, उसकी कबरें उसके चारोंओर हैं; सब के सब तलवार से मारे गए हैं।
 
23 उसकी कबरें गड़हे के कोनोंमें बनी हुई हैं, और उसकी कबर के चारोंओर उसकी सभा है; वे सब के सब जो जीवनलोक में भय उपजाते थे, अब तलवार से मरे पके हैं।
 
24 वहां एलाम है, और उसकी कबर की चारोंओर उसकी सारी भीड़ है; वे सब के सब तलवार से मारे गए हैं, वे खतनाहीन अधोलोक में उतर गए हैं; वे जीवनलोक में भय उपजाते थे, परन्तु अब कबर में और गड़े हुओं के संग उनके मुंह पर भी सियाही छाई हुई है।
 
25 उसकी सारी भीड़ समेत उसे मारे हुओं के बीच सेज मिली, उसकी कबरें उसी के चारोंओर हैं, वे सब के सब खतनाहीन तलवार से मारे गए; उन्होंने जीवनलोक में भय उपजाया या, परन्तु अब कबर में और गड़े हुओं के संग उनके मुंह पर सियाही छाई हुई है; और वे मरे हुओं के बीच रखे गए हैं।
 
26 वहां सारी भीड़ समेत मेशेक और तूबल हैं, उनके चारोंओर कबरें हैं; वे सब के सब खतनाहीन तलवार से मारे गए, क्योंकि जीवनलोक में वे भय उपजाते थे।
 
27 और उन गिरे हुए खतनाहीन शूरवीरोंके संग वे पके न रहेंगे जो अपके अपके युद्ध के हयियार लिए हुए अधोलोक में उतर गए हैं, वहां उनकी तलवारें उनके सिरोंके नीचे रखी हुई हैं, और उनके अधर्म के काम उनकी हड्डियोंमें व्यापे हैं; क्योंकि जीवनलोक में उन से शूरवीरोंको भी भय उपजता या।
 
28 इसलिथे तू भी खतनाहीनोंके संग अंग-भंग होकर तलवार से मरे हुओं के संग पड़ा रहेगा।
 
29 वहां एदोम और उसके राजा और उसके सारे प्रधान हैं, जो पराक्रमी होने पर भी तलवार से मरे हुओं के संग रखे हैं; गड़हे में गड़े हुए खतनाहीन लोगोंके संग वे भी पके रहेंगे।
 
30 वहां उत्तर दिशा के सारे प्रधान और सारे सीदोनी भी हैं जो मरे हुओं के संग उतर गए; उन्होंने अपके पराक्रम से भय उपजाया या, परन्तु अब वे लज्जित हुए और तलवार से और मरे हुओं के साय वे भी खतनाहीन पके हुए हैं, और कबर में अन्य गड़े हुओं के संग उनके मुंह पर भी सियाही छाई हुई है।
 
31 इन्हें देखकर फिरौन भी अपक्की सारी भीड़ के विषय में शान्ति पाएगा, हां फिरौन और उसकी सारी सेना जो तलवार से मारी गई है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
 
32 क्योंकि मैं ने उसके कारण जीवनलोक में भय उपजाया या; इसलिथे वह सारी भीड़ समेत तलवार से और मरे हुओं के सहित खतनाहीनोंके बीच लिटाया जाएगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
 
 

  [ Prev ] 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | [ Next ]