Bible-Server.org  
 
 
Praise the Lord, all ye nations      
Psalms 117:1       
 
enter keywords   match
 AND find keywords in

Home Page
Genesis
उत्पत्ति
Exodus
निर्गमन
Leviticus
लैव्यवस्था
Numbers
गिनती
Deuteronomy
व्यवस्थाविवरण
Joshua
यहोशू
Judges
न्यायियों
Ruth
रूत
1 Samuel
1 शमूएल
2 Samuel
2 शमूएल
1 Kings
1 राजा
2 Kings
2 राजा 
1 Chronicles
1 इतिहास
2 Chronicles
2 इतिहास
Ezra
एज्रा
Nehemiah
नहेमायाह
Esther
एस्तेर
Job
अय्यूब
Psalms
भजन संहिता
Proverbs
नीतिवचन
Ecclesiastes
सभोपदेशक
Song of Solomon
श्रेष्ठगीत
Isaiah
श्रेष्ठगीत
Jeremiah
यिर्मयाह
Lamentations
विलापगीत
Ezekiel
यहेजकेल
Daniel
दानिय्येल
Hosea
होशे
Joel
योएल
Amos
आमोस
Obadiah
ओबद्दाह
Jonah
योना
Micah
मीका
Nahum
नहूम
Habakkuk
हबक्कूक
Zephaniah
सपन्याह
Haggai
हाग्गै
Zechariah
जकर्याह
Malachi
मलाकी
Matthew
मत्ती
Mark
मरकुस
Luke
लूका
John
यूहन्ना
Acts
प्रेरितों के काम
Romans
रोमियो
1 Corinthians
1 कुरिन्थियों
2 Corinthians
2 कुरिन्थियों
Galatians
गलातियों
Ephesians
इफिसियों
Philippians
फिलिप्पियों
Colossians
कुलुस्सियों
1 Thessalonians
1 थिस्सलुनीकियों
2 Thessalonians
2 थिस्सलुनीकियों
1 Timothy
1 तीमुथियुस
2 Timothy
2 तीमुथियुस
Titus
तीतुस
Philemon
फिलेमोन
Hebrews
इब्रानियों
James
याकूब
1 Peter
1 पतरस
2 Peter
2 पतरस
1 John
1 यूहन्ना
2 John
2 यूहन्ना
3 John
3 यूहन्ना
Jude
यहूदा
Revelation
प्रकाशित वाक्य
 
 

 
 
translate into
दानिय्येल Chapter8
 
1 बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहिले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्थेल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई।
 
2 जब मैं एलाम नाम प्रान्त में, शूशन नाम राजगढ़ में रहता या, तब मैं ने दर्शन में देखा कि मैं ऊलै नदी के किनारे पर हूं।
 
3 फिर मैं ने आंख उठाकर देखा, कि उस नदी के साम्हने दो सींगवाला एक मेढ़ा खड़ा है, उसके दोनोंसींग बड़े हैं, परन्तु उन में से एक अधिक बड़ा है, और जो बड़ा है, वह दूसरे के बाद निकला।
 
4 मैं ने उस मेढ़े को देखा कि वह पश्चिम, उत्तर और दक्खिन की ओर सींग मारता है, और कोई जन्तु उसके साम्हने खड़ा नहीं रह सकता, और न उसके हाथ से कोई किसी को बचा सकता है; और वह अपक्की ही इच्छा के अनुसार काम करके बढ़ता जाता या।।
 
5 मैं सोच ही रहा या, तो फिर क्या देखा कि एक बकरा पश्चिम दिशा से निकलकर सारी पृय्वी के ऊपर ऐसा फिर कि चलते समय भूमि पर पांव न छुआया और उस बकरे की आंखोंके बीच एक देखने योग्य सींग या।
 
6 वह उस दो सींगवाले मेढ़े के पास जाकर, जिसको मैं ने नदी के साम्हने खड़ा देखा या, उस पर जलकर अपके पूरे बल से लपका।
 
7 मैं ने देखा कि वह मेढ़े के निकट आकर उस पर फुंफलाया; और मेढ़े को मारकर उसके दोनोंसींगोंको तोड़ दिया; और उसका साम्हना करने को मेढ़े का कुछ भी वश न चला; तब बकरे ने उसको भूमि पर गिराकर रौंद डाला; और मेढ़े को उसके हाथ से छुड़ानेवाला कोई न मिला।
 
8 तब बकरा अत्यन्त बड़ाई मारने लगा, और जब बलवन्त हुआ, तक उसका बड़ा सींग टूट गया, और उसकी सन्ती देखने योग्य चार सींग निकलकर चारोंदिशाओं की ओर बढ़ने लगे।।
 
9 फिर इन में से एक छोटा सा सींग और निकला, जो दक्खिन, पूरब और शिरोमणि देश की ओर बहुत ही बढ़ गया।
 
10 वह स्वर्ग की सेना तक बढ़ गया; और उस में से और तारोंमें से भी कितनोंको भूमि पर गिराकर रौंद डाला।
 
11 वरन वह उस सेना के प्रधान तक भी बढ़ गया, और उसका नित्य होमबलि बन्द कर दिया गया; और उसका पवित्र वासस्यान गिरा दिया गया।
 
12 और लोगोंके अपराध के कारण नित्य होमबलि के साय सेना भी उसके हाथ में कर दी गई, और उस सींग ने सच्चाई को मिट्टी में मिला दिया, और वह काम करते करते सफल हो गया।
 
13 तब मैं ने एक पवित्र जन को बोलते सुना; फिर एक और पवित्र जन ने उस पहिले बोलनेवाले अपराध के विषय में जो कुछ दर्शन देखा गया, वह कब तक फलता रहेगा; अर्यात्‌ पवित्रस्यान और सेना दोनोंको रौंदा जाना कब तक होता रहेगा?
 
14 और उस ने मुझ से कहा, जब तक सांफ और सवेरा दो हजार तीन सौ बार न हों, तब तक वह होता रहेगा; तब पवित्रस्यान शुद्ध किया जाएगा।।
 
15 यह बात दर्शन मे देखकर, मैं, दानिय्थेल, इसके समझने का यत्न करने लगा; इतने में पुरूष के रूप धरे हुए कोई मेरे सम्मुख खड़ा हुआ देख पड़ा।
 
16 तब मुझे ऊलै नदी के बीच से एक मनुष्य का शब्द सुन पड़ा, जो पुकारकर कहता या, हे जिब्राएल, उस जन को उसकी देखी हुई बातें समझा दे।
 
17 तब जहां मैं खड़ा या, वहां वह मेरे निकट आया; औश्र् उसके आते ही मैं घबरा गया, और मुंह के बल गिर पड़ा। तब उस ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, उन देखी हुई बातोंको समझ ले, क्योंकि उसका अर्य अन्त ही के समय में फलेगा।।
 
18 जब वह मुझ से बातें कर रहा या, तब मैं अपना मुंह भुमि की ओर किए हुए भारी नींद में पड़ा या, परन्तु उस ने मुझे छूकर सीधा खड़ा कर दिया।
 
19 तब उस ने कहा, क्रोध भड़काने के अन्त के दिनोंमें जो कुछ होगा, वह मैं तुझे जताता हूं; क्योंकि अन्त के ठहराए हुए समय में वह सब पूरा हो जाएगा।
 
20 जो दो सींगवाला मेढ़ा तू ने देखा है, उसका अर्य मादियोंऔर फारसियोंके राज्य से है।
 
21 और वह रोंआर बकरा यूनान का राज्य है; और उसकी आंखोंके बीच जो बड़ा सींग निकला, वह पहिला राजा ठहरा।
 
22 और वह सींग जो टूट गया और उसकी सन्ती जो चार सींग निकले, इसका अर्य यह है कि उस जाति से चार राज्य उदय होंगे, परन्तु उनका बल उस पहिले का सा न होगा।
 
23 और उन राज्योंके अन्त समय में जब अपराधी पूरा बल पकड़ेंगे, तब क्रूर दृष्टिवाला और पकेली बूफनेवाला एक राजा उठेगा।
 
24 उसका सामर्य्य बड़ा होगा, परन्तु उस पहिले राजा का सा नहीं; और वह अदभुत्‌ रीति से लोगोंको नाश करेगा, और सफल होकर काम करता जाएगा, और सामयिर्योंऔर पवित्र लोगोंके समुदाय को नाश करेगा।
 
25 उसकी चतुराई के कारण उसका छल सफल होगा, और वह मन में फूलकर निडर रहते हुए बहुत लोगोंको नाश करेगा। वह सब हाकिमोंके हाकिम के विरूद्ध भी खड़ा होगा; परन्तु अन्त को वह किसी के हाथ स ेबिना मार खाए टूट जाएगा।
 
26 सांफ और सवेरे के विषय में जो कुछ तू ने देखा और सुना है वह सच है; परन्तु जो कुछ तू ने दर्शन में देखा है उसे बन्द रख, क्योंकि वह बहुत दिनोंके बाद फलेगा।।
 
27 तब मुझ दानिय्थेल का बल जाता रहा, और मैं कुछ दिन तक बीमार पड़ा रहा; तब मैं उठकर राजा का कामकाज फिर करने लगा; परन्तु जो कुछ मैं ने देखा या उस से मैं चकित रहा, क्योंकि उसका कोई समझानेवाला न या।।
 
 

  [ Prev ] 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | | 9 | 10 | 11 | 12 | [ Next ]