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2 शमूएल Chapter10 1 इसके बाद अम्मोनियोंका राजा मर गया, और उसका हानून नाम पुत्र उसके स्यान पर राजा हुआ। 2 तब दाऊद ने यह सोचा, कि जैसे हानून के पिता नाहाश ने मुझ को प्रीति दिखाई यी, वैसे ही मैं भी हानून को प्रीति दिखाऊंगा। तब दाऊद ने अपके कई कर्मचारियोंको उसके पास उसके पिता के विषय शान्ति देने के लिथे भ्ेज दिया। और दाऊद के कर्मचारी अम्मोनियोंके देश में आए। 3 परन्तु अम्मोनियोंके हाकिम अपके स्वामी हानून से कहने लगे, दाऊद ने जो तेरे पास शान्ति देनेवाले भेजे हैं, वह क्या तेरी समझ में तेरे पिता का आदर करने की मनसा मे भेजे हैं? क्या दाऊद ने अपके कर्मचारियोंको तेरे पास इसी मनसा मे नहीं भेजा कि इस नगर में ढूंढ़ ढांढ़ करके और इसका भेद लेकर इसको उलट दें? 4 इसलिथे हानून ने दाऊद के कर्मचारियोंको पकडा, और उनकी आधी-आधी डाढ़ी मुड़वाकर और आधे वस्त्र, अर्यात् नितम्ब तक कटवाकर, उनको जाने दिया। 5 इसका समाचार पाकर दाऊद ने लोगोंको उन से मिलने के लिथे भेजा, क्योंकि वे बहुत लजाते थे। और राजा ने यह कहा, कि जब तक तुम्हारी डाढिय़ां बढ़ न जाएं तब तक यरीहो में ठहरे रहो, तब लौट आना। 6 जब अम्मानियोंने देखा कि हम से दाऊद अप्रसन्न हैं, तब अम्मोनियोंने बेत्रहोब और सोबा के बीस हजार अरामी प्यादोंको, और हजार पुरुषोंसमेत माका के राजा को, और बारह हज़ार तोबी पुरुषोंको, वेतन पर बुलवाया। 7 यह सुनकर दाऊद ने योआब और शूरवीरोंकी समस्त सेना को भेजा। 8 तब अम्मोनी निकले और फाटक ही के पास पांती बान्धी; और सोबा और रहोब के अरामी और तोब और माका के पूरुष उन से न्यारे मैदान में थे। 9 यह देखकर कि आगे पीछे दोनोंओर हमारे विरुद्व पांति बन्धी है, योआब ने सब बड़े बढ़े इस्राएली वीरोंमें से बहुतोंको छांटकर अरामियोंके साम्हने उनकी पांति बन्धाई, 10 और और लोगोंको अपके भाई अबीशै के हाथ सौंप दिया, और उस ने अम्मोनियोंके साम्हने उनकी पांति बन्धाई। 11 फिर उस ने कहा, यदि अरामी मुझ पर प्रबल होने लगें, तो तू मेरी सहाथता करना; और यदि अम्मोनी तुझ पर प्रबल होने लगोंगे, तो मैं आकर तेरी सहाथता करूंगा। 12 तू हियाब बान्ध, और हम अपके लोगोंऔर अपके परमेश्वर के नगरोंके निमित्त पुरुषार्य करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे वैसा करे। 13 तब योआब और जो लोग उसके साय थे अरामियोंसे युद्व करने को निकट गए; और वे उसके साम्हने से भागे। 14 यह देखकर कि अरामी भाग गए हैं अम्मोनी भी अबीशै के साम्हने से भागकर नगर के भीतर घुसे। तब योआब अम्मोनियोंके पास से लौटकर यरूशलेम को आया। 15 फिर यह देखकर कि हम इस्राएलियोंसे हार गए अरामी इकट्ठे हुए। 16 और हददेजेर ने दूत भेजकर महानद के पार के अरामियोंको बुलवाया; और वे हददेजेर के सेनापति शोवक को अपना प्रधान बनाकर हेलाम को आए। 17 इसका समाचार पाकर दाऊद ने समस्त इस्राएलियोंको इकट्ठा किया, और यरदन के पार होकर हेलाम में पहुंचा। तब अराम दाऊद के विरुद्ध पांति बान्धकर उस से लड़ा। 18 परन्तु अरामी इस्राएलियोंसे भागे, और दाऊद ने अरामियोंमें से सात सौ रयियोंऔर चालीय हजार सवारोंको मार डाला, और उनके सेनापति हाोबक को ऐसा घायल किया कि वह वहीं मर गया। 19 यह देखकर कि हम इस्राएल से हार गए हैं, जितने राजा हददेजेर के अधीन थे उन सभोंने इस्राएल के साय संधि की, और उसके अधीन हो गए। और अरामी अम्मोनियोंकी और सहाथता करने से डर गए।
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